संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रलाप का जवाब नहीं देंगे। ईशारों ही ईशारों में चीन-पाक को संकेत देंगे कि दुनिया की राजनीति व रूख तुम्हें लांघकर आगे निकल रही है। भारत अब विश्व राजनीति की भूमिका निर्वहन को पूरी तरह तैयार
संयुक्त राष्ट्र से भारत अपने हिस्से की शक्ति की मांग करेगा। एक बार बतायेगा कि भारत को शक्ति नहीं देने से संयुक्त राष्ट्र खुद अप्रसांगिक हो जाएगा
डॉ. मनोज कुमार तिवारी/ रिपोर्ट4इंडिया।
अब कुछ ही देर में पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र जनरल असेबंली को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन में वैश्विक राजनीति की भविष्यगत झलक दिखाई देगी। पाक पीएम इमरान खान के संबोधन में कश्मीर और अफगानिस्तान राग को लेकर वैचारिक रूप से कई लोगों का मानना है कि भारत संयुक्त राष्ट्र में उसी शिद्दत से जवाब दिया जाएगा। पीएम मोदी के पास विस्व को संबोधित करने के मात्र 20 मिनट हैं। पीएम मोदी इमरान खान को जवाब देने में अपना समय बर्बाद नहीं करेंगे। पाकिस्तान को जवाब संरा में भारत की स्थायी प्रतिनिधि दे चुकीं हैं। ज्यादा से ज्यादा से पीएम मोदी आतंकवाद और विस्तारवाद, कोरोना आदि मुद्दे को बिना नाम लिये पाक व चीन को संयुक्त रूप से दुनिया के कटघरे में खड़ा कर सकेंगे।
पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बातचीत में स्पष्ट कर दिया था कि भारत का रूख उन मुद्दों को उठाने व सुलझाने की ओर है जिससे पूरी दुनिया प्रभावित हो रही है। भविष्य की समस्याओं को कम करने और वर्तमान चुनौतियों से लड़ने के लिए भारत प्रतिबद्ध है। जिस प्रकार कोरोना ने विश्व को प्रभावित किया है, उससे निपटने को लेकर संयुक्त रणनीति बनाने की जरूरत के साथ ही भविष्हैय में ऐसी मानव निर्मित चुनौतियों से निपटने की भी है।
प्रधानमंत्री के सामने वैश्विक समस्याओं में बढ़ता आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन की समस्या, ग्रीन एनर्जी का विस्तारीकरण, गरीबी को दूर करने व मानव सूचकांक को बढ़ाने को लेकर है।