राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में विश्वविद्यालय के सभी स्नातक (ग्रेजुएट) व परास्नातक (पोस्ट ग्रेजुएट) कोर्स में इसे लागू किये जाने की दी जानकारी, ग्रेजुएशन स्तर पर वर्तमान शिक्षण सत्र से पहला सेमेस्टर
शिक्षण सत्र 2024-25 से विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के सभी स्नातक (अंडर ग्रेजुएट) पाठ्यक्रम एनईपी-2020 आधारित होगा
report4india/ gurugram.
गुरुग्राम विश्वविद्यालय (gurugram university) में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन के संबंध में विवि. के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने महत्वपूर्ण जानकारी साझे किये। इस संबंध में वे मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान प्रो. दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय के एनईपी संदर्भित किये गए कार्यों एवं विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में भी बताया और कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य बहु-अनुशासनात्मक पाठ्यक्रम (Multi-disciplinary course) और समग्र शिक्षण माहौल सृजन करने पर जोर देना है।
प्रोफेसर कुमार ने कहा, एनईपी-2020 के तहत, छात्रों को अध्ययन के लिए विषयों के चयन को और अधिक आसान किया गया है, जिससे छात्रों में कुशलता और सर्वांगीण व्यक्तित्व का सृजन होता है। उन्होंने कहा, एनईपी-2020 21वीं सदी की शिक्षा के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के अनुरूप एक नई प्रणाली का निर्माण करेगी जो प्रत्येक व्यक्ति की रचनात्मक क्षमता के विकास पर विशेष रूप से जोर देगी।
उन्होंने बताया, शिक्षण सत्र 2023 -24 से एनईपी 2020 को विश्वविद्यालय के सभी अंडरग्रेजुएट (स्नातक) पाठ्यक्रम में लागू किया गया है और उसके अनुरूप ही शिक्षण कार्य संचालित हो रहा है। इसी तरह विवि के पीजी पाठ्यक्रमों को एनईपी 2020 के तहत शिक्षण सत्र 2022-23 से ही संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया, एनईपी 2020 के दृष्टिगत इसके प्रभावी क्रियान्वयन को विश्वविद्यालय के शिक्षकों और संबद्ध कॉलेजों के प्राचार्यों के लिए इसपर यूनिवर्सिटी ने कई कार्यशालाएं आयोजित कीं हैं। उन्होंने कहा, विश्वविद्यालय से संबद्ध गवर्नमेंट कॉलेज सेक्टर-9, गुरुग्राम में बैचलर ऑफ ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट (बीटीटीएम) कार्यक्रम में एनईपी 2020 को लागू किया गया है और अगले सत्र 2024-25 में विवि. से संबद्ध कॉलेजो के सभी यूजी पाठ्यक्रमों को एनईपी 2020 के अनुसार संचालित किया जाएगा।
विश्वविद्यालय के अकादमिक अफेयर्स डीन प्रो. सुभाष कुंडू ने इस दौरान कहा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से उच्च शिक्षा में समग्रता के नये अवसर देखने को मिलते हैं। साथ ही प्रत्येक छात्र की अद्वितीय क्षमता को सामने लाया जा रहा है एवं वैधानिक सोच को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जा रहा है।
रिपोर्ट4इंडिया के संवाददाता द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अंतःविषय विषय (interdisciplinary subject) और सिलेबस को लेकर की गई तैयारी के बारे में पूछे गये प्रश्न पर उन्होंने कहा सेमेस्टरवाइज सिलेबस तैयार किया जा रहा है और बहुत सारे शैक्षिक अत:विषयों को विद्यार्थियों के सामने सलेक्शन के लिए रखा गया है। साथ ही, विषयों के समायोजन का काम चल रहा है ताकि उसे और व्यवहारिक, पठनीय व रोजगारपरक बनाया जा सके।
मौके पर उपस्थित कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह ने भी संवाददाताओं के इच्छित प्रश्नों और विवि के अन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी साझा किये।