‘फरसा के बल’ पर भगवान परशुराम मंदिर का शिलान्यास करेंगे नवीन जयहिन्द

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गुरुग्राम: भगवान परशुराम मंदिर (पहरावर, रोहतक) निर्माण को लेकर समाजसेवी नवीन जयहिन्द का प्रेस कॉन्फ्रेंस।

भगवान श्रीपरशुराम प्रकटोत्सव (जयंती) पर 23 अप्रैल को रोहतक के पहरावर में भगवान परशुराम मंदिर निर्माण का संकल्प 

AAP के पूर्व नेता व समाजसेवी नवीन जयहिन्द प्रेसवार्ता में बोले, मंदिर निर्माण में किसी भी बाधा का मुकाबला करेंगे। 36 बिरादरी सहित हरियाणा के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, ब्राह्मण समाज संगठनों, समाजसेवियों को चूल्हा न्योत 

मनोज कुमार तिवारी/ रिपोर्ट4इंडिया।

गुरुग्राम। रोहतक के पहरावर में भगवान परशुराम जयंती के मौके पर मंदिर व मूर्ति निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध आप के पूर्व नेता व समाजसेवी नवीन जयहिन्द ने हूंकार भरी। इस बाबत शनिवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि हरियाणा के सभी जिलों में प्रेसवार्ता व अन्यान्य माध्यमों से 36 बिरादरी सहित समस्त ब्राह्मण समाज संगठनों, समाजसेवी संगठनों, राजनीतिक दलों के नेताओं और आमजन को ‘चूल्हा न्योत’ यानी हरियाणा के सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार आमंत्रण-निमंत्रण दिया गया है। उन्होंने कहा, समस्त आयोजन प्रसिद्ध समाजसेवी परम आदरणीय दादा दुलीचंद के तत्वावधान में संपन्न होगा।

नवीन जयहिन्द ने इस मौके पर कहा कि भगवान परशुराम न्याय के अधिष्ठाता हैं और वे समाज के सभी वर्गों के लिए पूज्य हैं। पहरावर में भगवान परशुराम के मंदिर का निर्माण हरियाणा के अस्मिता व सम्मान से भी जुड़ा है। इसीलिए वे हरियाणा के 22 जिलों में प्रेसवार्ता का आयोजन कर मंदिर निर्माण को लेकर जहां अपनी बात रख रहे हैं वहीं सभी को परंपरा के अनुरुप ‘चूल्हा न्योत’ (पीले रंग में रंगे चावल के साथ निमंत्रण-आमंत्रण पत्र) रहे हैं। सभी से निवेदन है कि एक ईंट व आर्थिक मदद करें जिससे कि बिना किसी विघ्न-बाधा के भव्य मंदिर व मूर्ति निर्माण का शिलान्यास कार्यक्रम संपन्न हो सके।

पहरावर में मंदिर के लिए जमीन विवाद को लेकर पत्रकारों के प्रश्न पर नवीन ने कहा, उपरोक्त भूमि ब्राह्मण समाज की  है और जहां पर सरकार का अवैध कब्जा था। अब वहां पर भगवान परशुराम का फरसा-त्रिशूल व चबूतरा है। कार्यक्रम के बाबत जिला प्रशासन को सूचित कर दिया गया है। वहां पर भगवान परशुराम का भव्य मंदिर के साथ ही समाजहित में स्कूल-कॉलेज, धर्मशाला, औषधालय जैसे समाजसेवा के निमित्त निर्माण प्रस्तावित हैं। भूमि विवाद की बाबत शासन-प्रशासन के विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा, भगवान परशुराम का फरसा उनके साथ है तो वे किसी भी हस्तक्षेप का मुकाबला करने को तैयार हैं।