कॉलोनियों, सेक्टरों, कस्बों में दुर्गापूजा पंडाल स्थापित। लाखों पूर्वांचलवासी स्थानीय लोगों के साथ मिलजुल कर माता का गुणगान कर रहे। भंडारा, कीर्तन, श्रीदुर्गासप्तशती पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन
Report & Edited by Dr. manoj kumar tiwary/ gurugram-delhi @report4india
हरियाणा सहित दिल्ली-एनसीआर क्षेत्रों में दशकों से रह रहे पूर्व के राज्यों के लाखों परिवारों ने अपनी सांस्कृतिक व धार्मिक परंपरा को निभाने, हर्षोल्लास के साथ उसे मनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। इस प्रयास में पूर्वांचल के लोगों को उनके पड़ोसी स्थानीय परिवार व समाज के लोगों ने भी पूरा साथ दिया है। यही कारण है कि मिलेनियम सिटी गुरुग्राम शहर व जिले के सभी कस्बों-ब्लॉकों (सोहना, पटौदी, फर्रुखनगर) हरियाणा-राजस्थान से सटे क्षेत्र भिवाड़ी, दिल्ली सीमा से लगते कापसहेड़ा बॉर्डर आदि क्षेत्रों में रहने वाले पूर्वांचलवासी दुर्गापूजा (दशहरा) का त्यौहार उसी पूर्वी परंपरा व विधि-विधान के साथ मनाते हैं।

मंदिरों, कॉलोनियों, सेक्टरों आदि में जगह-जगह दुर्गा पंडाल में कलश स्थापना के साथ ही शक्ति की देवी मां दुर्गा, श्रीलक्ष्मी, गणेशजी, माता सरस्वती, भगवान शिव की विशाल मूर्ति स्थापित कर पूजा की जा रही है। इस मौके पर श्रीदुर्गासप्तशती का पाठ भी निरंतर चल रहा है। शहर का पूरा माहौल भक्तिमय बन गया है। स्थानीय लोग भी पूजा-पाठ में मिलजुल कर भाग ले रहे हैं।
शीतला कॉलोनी गली नंबर 3 के ब्लॉक-डी में श्रीदुर्गापूजा समारोह हर्षोल्लास, भक्ति-भाव और सांस्कृतिक-धार्मिक परंपरा के अनुरुप मनाया जा रहा है। दुर्गापूजा समारोह के अध्यक्ष विश्व विजय झा ने बताया, दुर्गापूजा का यह 12वां साल है। कॉलोनीवासियों व संपूर्ण समाज के सहयोग विधि-विधान से पूजा हो रहा है। उन्होंने बताया, 24 अक्टूबर को दशहरा के दिन हवन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जो सुबह 10 बजे से आरंभ हो जाएगा। समाज के सभी लोगों को भंडारे में प्रसाद ग्रहण के लिए निमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा, मां दुर्गा, मां लक्ष्मी, मां सरस्वती, विघ्नहर्ता श्रीगणेश की कृपा सभी पर, समाज पर, देश व विश्व पर बनी रहे और सबका मंगलमय हो।

गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर स्थित कापसहेड़ा में श्रीजन-जागरण पूजा समिति का 20वां दुर्गा पूजा समारोह भक्त-भाव व परंपरा के साथ मनाया जा रहा है। समारोह के संबंध में गौरीशंकर, लक्ष्मण प्रसाद गुप्ता, तुला राम, सत्यप्रकाश, योगेन्द्र मास्टर, प्रमोद ,बिपिन शुक्ला ने बताया कि पूजा के साथ कीर्तन भी चल रहा है। हमारा प्रयास है कि हमारी युवा पीढ़ी व बच्चे अपनी धार्मिक व सांस्कृतिक परंपरा के बारे में जानें और उसे आत्मसात करें। हमलोगों ने भी अपने बुजुर्गों से धर्म-कर्म के बारे में सबकुछ सीखा है। आज के व्यावसायिक व भाग-दौड़ की जिंदगी में बड़ों का दायित्व है कि वे अपनी धार्मिक-पहचान व रिति-रिवाज से लगाव का भाव बच्चों में पैदा करें।
उधर, गढ़ी के शिवा इनक्लेव पार्ट 2 में भी हर्षोल्लास के साथ 10वां श्रीदुर्गापूजा समारोह मनाया जा रहा है। 23 अक्टूबर महानवमी को रात्रि जागरण और दशहरा (24 अक्टूबर) को भंडारे का आयोजन किया जाएगा।