
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी, बीजेपी संसदीय बोर्ड सदस्य डॉ. सुधा यादव सहित बड़ी संख्या विधायक-मंत्री व समाज के गण्यमान्य उनके आवास पहुंच आत्म-शांति की प्रार्थना की व शोक-संतप्त परिवार को सांत्वना दी
Edited by Manoj kr. Tiwary @report4india/ gurugram.

ब्राह्मण समाज को संगठित कर उसे अखिल भारतीय और वैश्विक संगठन तक ले जाने वाले पंडित मांगेराम शर्मा के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व रक्षामंत्री मंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य डॉ. सुधांशु त्रिवेदी, रोहतक के सांसद अरविंद शर्मा, भाजपा संसदीय बोर्ड व केंद्रीय चुनाव समिति सदस्य सुधा यादव आदि सेक्टर 5 पहुंचकर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा वे अनुभवी, विनम्र व सम्मानित पंडित शर्मा मेरे बड़े भाई समान थे और अक्सर मैं उनका मार्गदर्शन प्राप्त करता था। देश-विदेश में ब्राह्मण संगठनों के जरिए की समाज सेवा में रत रहे। डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने भी अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि वे हमारे अभिभावक थे।
साथ ही, हरियाणा सरकार के पूर्वमंत्री वरिष्ठ बीजेपी नेता रामविलास शर्मा, गुरुग्राम के पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल, गुरुग्राम विधायक सुधीर सिंगला, सोहना विधायक संजय सिंह, फरीदाबाद एनआईटी के विधायक नीरज शर्मा, गुरुग्राम के पूर्व डिप्टी मेयर परमिंदर कटारिया, समाजसेवी व बीजेपी नेता नवीन गोयल सहित बड़ी संख्या में लोगों ने पं. शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक-संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। इस मौके पर पं. शर्मा की पत्नी आनंदी शर्मा, उनके पुत्र रविकांत शर्मा व शशिकांत शर्मा सहित परिवार के अन्य सदस्यों-बच्चों ने सभी आगंतुकों का हाथ जोड़कर पारिवारिक, सामाजिक व धार्मिक आचार का निर्वहन किया।

उल्लेखनीय है कि डॉ. मांगेराम शर्मा हरियाणा राज्य में बतौर सरकारी शिक्षक समाज की सेवा की और अखिल भारतीय शिक्षक संगठन में शिक्षकों की सामाजिक स्थिति, समाज के प्रति जिम्मेदारी को लेकर काम किया। वे राजनीति में भी दखल रखते थे। 1973 में हरियाणा के तत्कालीन बंशीलाल सरकार के खिलाफ शिक्षक आंदोलन का नेतृत्व किया और हजारों शिक्षकों ने अपनी गिरफ्तारी दी थी। समाजसेवा के क्षेत्र में उन्होंने अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा, वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन जैसे कई संगठनों के नेतृत्व व स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। वे 87 वर्ष के थे और बीते 12 अक्टूबर को उन्होंने अंतिम सांस ली।