चुनाव प्रचार के दौरान बंद कमरे में मुसमानों के साथ बैठक में कमलनाथ ने कहा था, मुसलमान 90 फीसद कांग्रेस को वोटिंग करें, सरकार बनने के बाद आरएसएस वालों और हिन्दू संगठनों को देख लेंगे।
रिपोर्ट4इंडिया ब्यूरो।
नई दिल्ली। काफी जद्दोजहद के बाद मध्य प्रदेश के सीएम के रूप में कमलनाथ के नाम की घोषणा हो गई है। उन्हें कांग्रेस विधायक दल का नेता घोषित कर दिया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा, उनके सामने चुनौतियां हैं। सीएम पद उनके लिए मिल का पत्थर है और वे एक नई शुरुआत करेंगे। लेकिन एक शुरुआत उन्हें यह भी करनी है कि मध्य प्रदेश में आरएसएस और हिन्दू संगठनों को उन्हें देखना पड़ेगा।
मध्य प्रदेश बीजेपी व आरएसएस की कर्म भूमि है। इस हिन्दू हार्ट लैंड पर जनसंघ के समय से हिन्दुत्व के नारे बुलंद करने वालों का प्रभाव रहा है। कांग्रेस ने अपने शपथ पत्र में भी आरएसएस पर नियंत्रण की बात कही है। हालांकि, चुनाव प्रचार के दौरान खुले में राहुल गांधी सहित कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जहां सॉफ्ट हिन्दुत्व को दिखाया वहीं, बंद कमरे में कमलनाथ ने मुसलमानों से समर्थन के बदले हिन्दू संगठनों से निपट लेने की बात कही थी। कमलनाथ के अन्य वादों की तरह इसे कसौटी पर कसा जा रहा है।