दुनिया में वर्तमान में 70 देशों में है 5जी इंटरनेट की सुविधा। राजधानी नई दिल्ली के प्रगति मैदान में छठी इंडिया मोबाइल कांग्रेस में पीएम मोदी ने उद्घाटन किया।
report4india/New Delhi.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छठी इंडिया मोबाइल कांग्रेस के उद्घाटन के साथ ही देश में 5जी इंटरनेट सेवाओं की शुरुआत की। इस दौरान पीएम मोदी ने 5जी इंटरनेट आधारित प्रदर्शनी का निरीक्षण भी किया। इस मौके पर संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव, रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी, जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी मौजूद है।
#WATCH live via ANI Multimedia | Prime Minister Narendra Modi inaugurates the 6th India Mobile Congress at Pragati Maidan in Delhi and launches 5G services.https://t.co/ea8BUxkuio
— ANI (@ANI) October 1, 2022
Reliance Jio पहले ही Jio 5G सर्विस रोलआउट के लिए एक टाइमलाइन साझा कर चुका है। दूरसंचार ऑपरेटर ने इस साल की शुरुआत में अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 2022 कार्यक्रम में घोषणा की कि वह चरणबद्ध तरीके से 5जी सेवाएं शुरू करेगी। शुरुआत करने के लिए, Jio 5G सेवाएं दिवाली तक 4 शहरों में शुरू हो जाएंगी, जो इस महीने के अंत में है। इन शहरों में दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई शामिल हैं।
सवाल यह है कि Jio 5G सेवाएं देश के अन्य हिस्सों में कब पहुंचेंगी? खैर, इसमें कुछ समय लगने वाला है। जैसा कि Jio ने AGM 2022 इवेंट में घोषणा की थी, देश के अन्य हिस्सों को अगले साल तक ही Jio 5G सेवाओं का स्वाद मिलेगा। कंपनी के प्रमुख ने वार्षिक आम बैठक के दौरान कहा कि देश भर में Jio 5G सेवाओं का आधिकारिक रोलआउट दिसंबर 2023 तक ही होगा। इसलिए, अगर आपको लगता है कि आपके Jio फोन को आज या कभी भी 5G तक पहुंच मिल जाएगी, तो ऐसा नहीं होने वाला है।
गौरतलब है कि 4जी की तुलना में 5जी नेटवर्क कई गुना तेज गति देता है और बाधा रहित संपर्क मुहैया कराता है और अरबों जुड़े डिवाइसों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाता है। आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘5जी से नये आर्थिक अवसर और सामाजिक लाभ मिल सकते हैं, जिसके कारण यह भारतीय समाज के लिए एक परिवर्तनकारी शक्ति होने की क्षमता रखता है।
यह देश की वृद्धि के लिए पारंपरिक बाधाओं को दूर करने में मदद करेगा, स्टार्टअप और व्यावसायिक उद्यमों द्वारा नवाचारों के साथ ही ‘डिजिटल इंडिया’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगा। देश की अबतक की सबसे बड़ी दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी में रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई थीं। इसमें उद्योगपति मुकेश अंबानी की जियो ने 87,946.93 करोड़ रुपये की बोली के साथ बेचे गए सभी स्पेक्ट्रम का लगभग आधा हिस्सा हासिल किया है।
भारत के सबसे धनी व्यक्ति गौतम अडाणी के समूह ने 400 मेगाहर्ट्ज के लिए 211.86 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। इसका इस्तेमाल हालांकि, सार्वजनिक टेलीफोन सेवाओं के लिए नहीं किया जाता है। वहीं, दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,039.63 करोड़ रुपये की सफल बोली लगाई, जबकि वोडाफोन-आइडिया ने 18,786.25 करोड़ रुपये में स्पेक्ट्रम खरीदा है।
दूरसंचार कंपनियों के जल्द से जल्द 5जी सेवा चालू करने की तैयारियों में जुटने से भारत आने वाले वक्त में बेहतर डेटा स्पीड और रुकावट मुक्त वीडियो के लिए तैयार हो रहा है। इन सेवाओं के आने के बाद लोगों को स्मार्ट एंबुलेंस से लेकर क्लाउड गेमिंग तक सब कुछ मिलेगा। यहां तक कि खरीदारी के दौरान ग्राहकों को एकदम नए तरह के अनुभव भी हो सकते हैं।
5जी से क्या-क्या बदलेगा…नया होगा
पांचवीं पीढ़ी यानी 5जी दूरसंचार सेवाओं के जरिये कुछ ही सेकंड में मोबाइल और अन्य उपकरणों पर उच्च-गुणवत्ता वाले लंबी अवधि के वीडियो या फिल्म को डाउनलोड किया जा सकता है। यह एक वर्ग किलोमीटर में करीब एक लाख संचार उपकरणों को समर्थन करेगा। यह सेवा सुपरफास्ट स्पीड (4जी से लगभग 10 गुना तेज), संपर्क में होने वाली देरी में कटौती और अरबों संबद्ध उपकरणों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाती है। इसके जरिये 3डी होलोग्राम कॉलिंग, मेटावर्स अनुभव और शैक्षिक अनुप्रयोगों को नए सिरे से परिभाषित किया जा सकता है।