रामलला विराजमान के वकील सीएस वैद्यनाथन का फैसले पर प्रतिक्रिया कहा, सर्वसम्मति से पांच जजों का फैसला ऐतिहासिक
Report4India Bureau/ New Delhi.
अयोध्या केस में कई पक्षकारों में से एक रामलला विराजमान के वकील आरसी वैद्यनाथन ने अपनी प्रसन्नता जाहिर की है। सुप्रीम कोर्ट में चले 40 दिन की सुनवाई में बाल रूप रामलला की तरफ से मामले में करीब 30 घंटे तक पेरवी करने वाले वैद्यानाथन ने कहा कि यह ऐतिहासिक फैसला है कि पांचों जजों ने एकमत से फैसला दिया है। उन्होंने कहा, पीठ ने उनकी दलीलों को माना और रामलला के लिए मंदिर निर्माण पर एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया है।
एससी वैद्यनाथन ने कहा कि पीठ ने इस मामले में बेहद साफ और सुंदर फैसला दिया है। लंबे समय से रामलाल टेंट में रह रहे हैं। अब शीघ्र भव्य मंदिर बन सकेगा। उन्होंने कहा, यह फैसला पूरी तरह से तथ्यों पर आधारित है। एएसआई (पुरातत्व विभाग) द्वार खुदाई में जो कुछ निकला उससे साफ था कि यहां मंदिर ही था।
विवादित जमीन के मालिकाना हक को लेकर रामलला विराजमान के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि यह लोगों की जीत है, यह भारत की जीत है। जो बेहद संतुलित फैसला है।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने विवादित जमीन को रामलला विराजमान को सौंप दिया है और केंद्र सरकार को निर्देश दिए हैं कि वह तीन माह के भीतर एक ट्रस्ट बनाकर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू करे।