JNU में नकाबपोश ‘शहरी नक्सलियों’ का हमला, बड़ी संख्या में छात्र घायल

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जेएनयू के घायल छात्रों को एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया।

घायल छात्रों को एम्स कराया गया भर्ती। ABVP ने वामपंथी छात्र संगठनों पर हिंसा का आरोप लगाया जबकि वामपंथी गुटों ने ABVP पर।

Report4India Bureau/ New Delhi.

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भयानक हिंसा हुई है जिसमें नकाबपोश लोगों ने कैंपस व छात्रावास में घुसकर छात्रों पर हमला किया। इस हमले में बड़ा संख्या में छात्र-छात्राएं घायल हुए हैं, जिन्हें एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने दावा किया है कि वामपंथी संगठनों के ईशारे पर शहरी नक्सलियों ने नकाब पहन कर लाठा-डंडो व लोहे के रॉड से हमला किया। हमले में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष सहित 50 से अधिक छात्र-छात्राएं घायल हुए हैं।

इस मामले में बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि विवि में लंबे समय से वामपंथी छात्र हड़ताल कर पठन-पाठन को बाधित किए हुए हैं। जबकि बड़ी संख्या में छात्रों ने सेमेस्टर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन फार्म भरने की कोशिश की तो उन्हें इन वामपंथी छात्र संगठनों ने विरोध किया। पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन को प्रभावित करने के लिए सर्वर रूम को बंद किया गया। बाद में जब छात्रों ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन फार्म करने का प्रयास किया तो उन्हें पीटा गया। वामपंथी गुटों ने बाहर से कुछ नकाबपोशों को बुलाया और हिंसा किया। हिंसा में छात्रसंघ अध्यक्ष के घायल होने पर उन्होंने कहा कि चुकि हिंसा करने वाले बाहरी थे, जिन्हें यह नहीं पता था कि कौन छात्र किससे जुड़ा है, उन्होंने मौके पर मौजूद सभी पर वार किया।

उधऱ, जेएनयू हिंसा को लेकर सीपीएम नेता वृंदा करात ने बीजेपी सरकार और एबीवीपी को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि एबीवीपी के गुंडों ने बाहरी लोगों के साथ मिलकर स्टूडेंट्स को लोहे की राड से पीटा है।

उधर, घायलों से मिलने प्रियंका वाड्रा भी एम्स पहुंच गईं और कहा कि घायल छात्रों ने मुझे बताया कि गुंडों ने परिसर में प्रवेश किया और लाठी के अलावा अन्य हथियारों से हमला किया। हालांकि, छा6 का आरोप है कि प्रियंका वाड्रा केवल घायल वामपंथी छात्रों से ही मिली जबकि पास में ही भर्ती घायल एबीवीपी से जुड़े छात्रों को इग्नोर किया।

उधर, इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश आईजी लेवल की एक अधिकारी की कमेटी बनाकर जांच टीम का गठन किया गया है।

एबीवीपी के दुर्गेश ने आरोप लगाया कि जेएनयू के अलग-अलग हॉस्टल में एबीवीपी से जुड़े छात्रों पर हमला किया गया है और हॉस्टलों की खिड़कियों दरवाजों को लेफ्ट छात्र संगठनों ने तोड़ दिया है। एबीवीपी ने दावा किया कि इस हमले में उसके अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मनीष जांगिड़ बुरी तरह से घायल हो गए हैं संभवत: उनका हाथ टूट गया है। दुर्गेश ने कहा कि छात्रों पर पत्थर फेंके गए और डंडे बरसाए गए, जिसके चलते कुछ के सिरों पर चोटें आई हैं।