विकास की अनवरत यात्रा, देश व दिल्लीवासियों को PM MODI की सौगातें 

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नई दिल्ली के द्वारिका यशोभूमि एक्सपो परिसर में क्रॉफ्ट कारीगरों से बातचीत करते पीएम मोदी।

-यशोभूमि- द्वारिका में ‘भारत मंडपम’ से बड़ा  इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर एंड एक्सपो सेंटर (IICC)

-द्वारिका सेक्टर 25 मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन

-विश्वकर्मा योजना की शुरुआत  

मेट्रो से द्वारिका पहुंचे पीएम मोदी, लोगों ने पीएम सो हाथ मिलाया, सेल्फी ली

report4india/ new delhi.

द्वारका में यशोभूमि नाम से इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में निर्मित ऑडिटोरियम।

देश की सरंचनात्मक व ढांचागत विकास का कार्यक्रम मोदी सरकार के दौरान लगातार दिखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज दिल्ली में कई विकास योजनाओं का लोकार्पण कर रहे हैं। विश्वकर्मा पूजा के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी दिल्ली के द्वारका में यशोभूमि नाम से इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) देशवासियों को समर्पित किया। यह कन्वेंशन सेंटर भारत मंडपम से भी बड़ा है। यह करीब 8.9 लाख वर्ग मीटर से अधिक क्केषेत्र में बनकर तैयार हुआ है। यह सेंटर विश्व का सबसे बड़ी कन्वेंशन सेंटर (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां को आयोजित करने का स्थान) है। इसमें 15 कन्वेंशन सेंटर और 11 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। इसका नाम यशोभूमि रखा गया है।

द्वारका में यशोभूमि नाम से इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर

इसके साथ ही द्वारका में ही प्रधानमंत्री सेक्टर-21 से सेक्टर-25 तक दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन के विस्तार का भी उद्घाटन करेंगे।

शिल्पकारो और कामगारों के लिए विश्वकर्मा योजना

देश में 17 सितंबर को विश्वकर्मा योजना को शुरू किया गया है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन भी है। विश्वकर्मा योजना केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले पर अपने भाषण के दौरान विश्वकर्मा योजना की घोषणा की थी। इस योजना के शुभारंभ पर 70 स्थान पर 70 मंत्री मौजूद रहेंगे।

विश्वकर्मा योजना में अगले 5 साल तक 13 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस योजना को विशेष रूप से समाज के निचले स्तर के कामगारों के कल्याण के लिए शुरू किया जा रहा है। शिल्पकारों और कामगारों को इस योजना के तहत प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। साथ ही प्रशिक्षण लेने वालों को हर महीने 500 रुपए की धनराशि भी दी जाएगी। इस योजना के अंतर्गत 18 तरह के विभिन्न कामों में लगे लोगों को शामिल किया गया है।