Constitution Day : ‘प्राचीन आदर्शों व संविधान भाव’ से आगे बढ़ने का अवसर है ‘आजादी का अमृतकाल’

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संविधान दिवस के मौके पर डिजिटल एप्प लॉन्च करते पीएम मोदी।
PM MODI

संविधान दिवस पर पीएम मोदी बोले, मैंने आजादी का अमृतकाल पर लालकिले से कर्तव्यों पर बल दिया था। महात्मा गांधीजी भी कहते थे, कर्तव्य वह भावना है जिससे हम सर्वथा आगे बढ़ते हैं। भारत की पहचान ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ है वैशाली ही नहीं वेदों ने भी लोक-भावना पर आगे बढ़ने को पहचान दी है …और आजादी का अमृत महोत्सव कर्तव्य का बोध कराता है। 

Edited by Manoj Tiwary@ report4india/ New Delhi.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया उम्मीद भरी नजरों से भारत को देख रही है। हम आज जिस स्थान पर है वह हमें गर्वित करता है और तेज गति से और आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। आजादी का अमृतकाल में आज संविधान दिवस  हमें कर्तव्य बोध से भर देता है। प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को संविधान दिवस के मौके पर ‘ई-न्यायालय परियोजना’ (E-Court Project) तहत वर्चुअल जस्टिस क्लॉक और जस्टिस मोबाइल एप्प (Virtual Justice Clock and Justice Mobile App) को लॉन्च किया।

प्रधानमंत्री ने आज 26/11 को याद करते हुए देश पर हुए इस सबसे बड़े आतंकी हमले में मारे गये लोगों को याद कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

संविधान दिवस पर आयोजित समारोह में संविधानविद् और चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचुड़ की मौजूदगी में कहा कि भारत दुनिया का मदर ऑफ डेमोक्रोसी है। हमारे यहां केवल वैशाली ही नहीं वेदों में भी लोक भावना के प्रकटीकरण और आदर्शों को जगह-जगह व्यक्त किया गया है। पीएम मोदी ने कहा, आज का भारत पराक्रमी और ऊंची उड़ान भरने वाला भारत है। आज जी-20 की अध्यक्षता करने वाला भारत है।