प्रधानमंत्री मोदी ने थाईलैंड में ‘सवास्दी मोदी’ कार्यक्रम में भारतीयों को संबोधित कर कहा, जो काम नहीं करता जनता उसका दिन गिनती है, जो काम करता है उसे ही और अधिक काम सौंपती है।
रिपोर्ट4इंडिया इंटरनेशनल डेस्क (एजेंसी इनपुट सहित)/ नई दिल्ली।
थाईलैंड के प्रवासी भारतीयों को संबोधित कर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जनता ने हमें दोबारा से काम करने का दायित्व सौंपा है। उन्होंने एक प्रकार से राजनीतिक तंज करते हुए कहा कि जो काम नहीं करता है जनता उसके दिन गिनने लगती है। वे बैंकॉक में पहली बार औपचारिक रूप से भारत-आसियान देशों के सम्मेलन में भाग लेने गए हुए हैं। इस दौरान पीएम मोदी आसियान देशों के लिए कई घोषणा भी की।
#WATCH Thailand: Prime Minister Narendra Modi addresses at the #SawasdeePMModi event in Bangkok. https://t.co/zcS3ylvt4D
— ANI (@ANI) November 2, 2019
पीएम मोदी ने विकास की रूपरेखा को खींचते हुए कहा कि भारत थाईलैंड और म्यांमार हाईवे शुरू होते ही पूरे इलाके में व्यापार और टूरिस्म को तेज गति मिलेगी और इसके साथ ही सभी मित्र देशों के बीच एकता को और ज्यादा बल मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरी संसदीय क्षेत्र वाराणसी से बैंकॉक के लिए फ्लाइट बहुत पॉपुलर हुई है और बहुत बौद्ध टूरिस्ट भारत आते हैं। पूर्वोत्तर भारत को थाइलैंड से जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं। आसियान के एक हजार छात्रों के लिए आईआईटी में छात्रवृति दी जाएगी। काउंसलर सर्विस को और आसान बनाने को लेकर हम काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने थाईलैंड और भारत के बीच संबंधों को उजागर कर कहा कि थाईलैंड के कण-कण में अपनापन लगता है। यहां की परंपराओं और आस्था में भारतीयता की महक है। थाइलैंड के राजपरिवार का भारत के प्रति लगाव हमारे घनिष्ठ और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है। राजकुमारी महाचक्री स्वयं संस्कृत की बहुत बड़ी विद्धान हैं और संस्कृति में बहुत गहरी रुचि है। भारत से उनका आत्मीय नाता बहुत गहन है। भारत-थाइलैंड के रिश्ते सिर्फ सरकारों के बीच के नहीं है. इतिहास के हर पल ने, इतिहास की हर घटना ने, हमारे संबंधों को विकसित किया है, विस्तृत किया है और नई ऊंचाइयों तक पहुंचा है। यह रिश्ते दिल, आत्मा, आस्था और आध्यात्म के हैं। पीएम ने ‘सवास्दी मोदी’ का अर्थ बताते हुए कहा कि इसका मतलब है, ‘आपका कल्याण हो, अभिवादन हो।‘‘