संतों को श्रद्धांजलि, दीप जलाकर आत्मशांति की प्रार्थना

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गुरुग्राम के राजेंद्रापार्क में दीप जलाकर संतों को श्रद्धांजलि दी गई।

पालघर में सैकड़ों की भीड़ द्वारा संतों की निर्मम हत्या का सर्वत्र विरोध

रिपोर्ट4इंडिया ब्यूरो/ नई दिल्ली/गुरुग्राम।

पालघर में दो संतों सहित तीन की पीट-पीटकर निर्मम हत्या किए जाने के विरोधस्वरूप मंगलवार शाम पूरे देश में संतों, समाजसेवियों व धर्मपरायण जनता ने दीप जलाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। गुरुग्राम के राजेंद्रपार्क में भी इस जघन्य अपराध के लिए रोष व्यक्त किया गया और संतों की आत्मशांति के लिए प्रार्थना की गई।

गौरतलब है कि सोमवार रात उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भी मंदिर में रह रहे दो साधुओं की निर्मम हत्या कर दी गई। दोनों हत्याओं को लेकर साधु व समाज में भारी रोष है। दोनों सरकारों से मांग की गई है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उधर, बुलंदशहर में हुए साघुओं की हत्या के पीछे भारी षडयंत्र की आशंका भी जताई जा रही है।

महाराष्ट्र के पालघर में हुई संतों की निर्मम हत्या पर दीप जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

गुरुग्राम में समाजसेवी राजेश पटेल ने साधुओं की हत्या पर दुख जताते हुए कहा कि यह अत्यंत निंदनीय है कि भारत जैसे धर्मपरायण व सनातनी समाज में संतों को सैकड़ों लोग मिलकर पुलिस के सामने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है। इस घटना के संदर्भ में सार्वजनिक हुए वीडियो से स्पष्ट दिखता है कि मौके पर मौजूद पुलिस न केवल संतों को बचाने में नाकाम रहती है बल्कि वह स्वयं संतों को दरिंदों के बीच ले जाकर छोड़ देती है। मौजूदा भारत में यह क्रिया-कलाप न केवल निंदनीय है बल्कि बर्दाश्त से बाहर भी है।

आज जगतगुरु आदि शंकराचार्य जन्मजयंती के मौके पर देश भर में संतों, गुरुओं व धर्मपरायण हिन्दू जनता ने दीप जलाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और सरकार व प्रशासन की अबतक की कार्रवाई पर असंतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के पालघर में संतों की निर्मम हत्या क्षेत्र में व्यापक रूप से चल रहे ईसाई धर्मांतरण के परिणास्वरूप है और मामले की सीबीआई जांच हो ताकि षडयंत्र से पर्दा उठ सके।

बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय से पीएचडी प्राप्त ज्योतिषविद् डॉ. श्रीकृष्णदत्त त्रिपाठी ने बुलंदशहर में संतों की हत्या की टाइमिंग पर सवाल खड़ा किया और कहा कि इसमें षडयंत्र की बू आती है। जिस प्रकार से इस हत्याकांड के बाद कांग्रेसी व सेक्यूलर गैंग प्रतिक्रिया देने निकला है, वह संदिग्घ है और कहीं न कहीं पालघर में संतों की हत्या पर उठ रहे देशव्यापी प्रतिरोध की आग को ठंडा करने का प्रयास है। साथ ही, महाराष्ट्र सरकार पर पड़ रहे दबाव को कम करने व धर्मांतरण के पीछे नापाक तत्वों को बचाने का प्रयास है। उन्होंने कहा, इससे कई पहले भी कई बार देखा गया है कि षडयंत्र के तहत कुछ घटनाओं को अंजाम देकर मीडिया व समाज में बन रहे दबाव को खत्म करने का प्रयास किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार से मांग है कि इसके पीछे छुपे सभी तथ्यों की जांच कर षडयंत्र का पर्दाफाश करे।

गुरुग्राम में सुशील राजन, रितु, रश्मी, शुभम्, राहुल राज आदि ने भी संतों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।