पीएम मोदी ने राम के सकल गुण को याद करते हुए कहा कि जैसे राम शरणागत के लिए रक्षक हैं वैसे ही शक्ति के पूंज हैं जिससे कि शांति का कोई हरण न कर सके।
मनोज कुमार तिवारी/ रिपोर्ट4इंडिया -नई दिल्ली।
अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर की आधारशिला रखने के बाद देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां राम के गुणों का गान किया वहीं उनकी शक्ति का भी स्मरण किया। उन्होंने देश के दुश्मनों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि राम की शांति की नीति शक्ति की उपार्जन में निहित है। रामचरितमानस की पक्तियों का उल्लेख करते हुए कहा कि राम जितने दयालु व शरणागत के रक्षक हैं वहीं, उन्होंने स्वयं की शक्ति व सामर्थ्य का प्रकटीकरण ‘भय बिन होए न प्रीत’ में है। प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति का प्रसार संबलता में है।
उन्होंने बिना नाम लिए चीन व पाकिस्तान जैसे विरोधियों को चेताया कि भय के बिना जिन्हें प्रीत समझ में नहीं आती उन्हें राम की चेतावनी में देखना चाहिए।