बैंकों से तीन माह तक कर्ज पर ईएमआई किस्त नहीं लेने की सलाह, रिजर्व बैंक के रपो रेट व रिवर्स रेपो रेट में कटौती से देश में सस्ते कर्ज दर की शुरुआत
Report4India Economic Desk/ New Delhi.
दुनिया भर में वैश्विक संकट कोरोना को लेकर अर्थवस्था को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस मद्देनज़र रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बड़ी कदम उठाया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को रेपो रेट व रिवर्स रेपो रेट में भारी कटौती की घोषणा की। इस घोषणा का प्रभाव जहां लोगों के ईएमआई और ब्याज़ दर में कटौती के रूप में होगा वहीं बाजार में 3 लाख 74 हजार करोड़ रुपए का फ्लो बढ़ जाएगा जिससे संकटकाल में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में बड़ी मदद मिलेगी।
कोरोना प्रभाव से वैश्विक अर्थव्यवस्था में आए भारी गिरावट व मंदी को देखते हुए रिजर्व बैंक का यह कदम सही समय में उठाया गया, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था में उत्पन्न होने वाली नाकारात्मक प्रभाव को कम करने में सहायता मिलेगी।
गर्वनर शक्तिकांत दास ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि उनका मीडिया के सामने आना औपचारिक तौर पर विशेष समयावधि आधारित जरूरत है। उन्होंने कहा कि संकटकाल में जब देशभर में लॉकडाउन है। इस स्थिति में अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए सभी जरूरी उपाए किए जा रहे हैं। उन्होंने रेपो रेट में .75 फीसद और रिवर्स रेपो में 90 प्वािंट की कटौती की घोषणा की। इससे कर्जों पर ब्याज दर में भारी कमी होगी जिससे कर्ज लेने वाले उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
रिजर्व बैंक गर्वनर ने कहा कि इस कटौती पर उपभोक्ताओं को राहत की घोषणा बैंक करेंगे। इसके अलावा शक्तिकांत दास ने कहा कि बैंकों में उपभोक्ताओं के पैसे सुरक्षित हैं, उन्हें किसी भी प्रकार से परेशान हो ने की जरूरत नहीं है।