योगी आदित्यनाथ का मतलब, मेरठ का ‘माफिया’ हाजी नईम उर्फ ‘गल्ला’ की बर्बादी

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हाजी नईम उर्फ गल्ला (इनसेट में) के चोरी के वाहनों के ठिकाने पर पुलिस की छापेमारी।

दिल्ली-एनसीआर और देश कई राज्यों से चोरी के वाहनों को कबाड़ में तब्दील कर बेचने वाला हाजी नईम उर्फ ‘गल्ला’ पर हाथ डालने की पहले किसी सरकार ने जुर्रत नहीं की। योगी आदित्यानाथ ने गल्ला को नेस्तनाबूत मेरठ के सोतीगंज के कबाड़ी बाजार को नष्ट कर दिया। नईम की करोड़ों की संपत्ति कूर्क, तीन बेटों को सलाखों के पीछे डाल बताई उसकी औकात

मनोज कुमार तिवारी/ रिपोर्ट4इंडिया।

अनायास, फिल्म ‘गैंग ऑफ वासेपुर’ का वह डॉयलग याद आ गया जिसमें सरदार खान (मनोज वाजपेयी) मंत्री रामाधार सिंह की कार को एक गैराज में ले जाता है और उसे पूर्जे-पूर्जे अलग कर कबाड़ बना दिया जाता है। ऐसे ही मेरठ के सोतीगंज का हाजी नईम उर्फ ‘गल्ला’ पहले वाहन मैकेनिक था और उसके बाद चोरी के वाहनों को अलग कर कबाड़ बनाने का काम शुरू कर दिया। मुलायम-मायावती और अखिलेश के राज में नईम चोरी के वाहनों को ठिकाने लगाने का बड़ा माफिया बन गया।  दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों से चोरी के वाहन उसके पास आते थे और उन्हें काटकर कबाड़ बनाकर बेच देता था। पिछले 16-17 वर्षों से नईम इस धंधे का बाताज बादशाह था और पुलिस सहित कोई भी सरकार उसपर हाथ डालने की हिम्मत नहीं करती थी। इस तरह से नईम ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की।

ऐसा नहीं था कि नईम लुके-छिपे काम करता था। नईम ने सोतीगंज में चोरी के वाहनों को कबाड़ बनाने के कई अड्डे खोल लिये। इस बारे में पुलिस को जानकारी भी थी और कई राज्यों में उसके खिलाफ मामला दर्ज था परंतु, उसका धंधा बेरोक-टोक जारी रहा। उत्तर प्रदेश में योग राज में जब नईम पर शिकंजा कसा तो वह फरार हो गया। सरकार ने उसपर शिकंजा कसना जारी रखा। पहले उसपर 50 हजार का इनाम और बाद में रासुका लगाकर कोर्ट से उसकी संपत्ति के कूर्की के आदेश पारित करवा कर उसके 4 करोड़ के मकान को सील कर दिया गया। इसके साथ ही उसके कई ठिकानों को भी चिन्हित कर सील किया गया।

सरकार की कार्रवाई और कसता शिकंजा से मजबूर होकर उसने अपने तीन बेटों के साथ कोर्ट में सरेंडर कर लिया। पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर उसके कई ठिकानों को कब्जे में लिया है। उससे पूछताछ जारी है। यह है योगी सरकार और उसका जलवा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जिस तरह से गूंडो-बदमाशों व माफिया पर कार्रवाई की गई है, उससे ये दहशत में है।