वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने पीएम नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की कहा, महात्मा गांधी के संदेशों के प्रसार के लिए उन्होंने हिन्दी सिनेमा की हस्तियों की मदद ली।
रिपोर्ट4इंडिया ब्यूरो।
नई दिल्ली। स्वतंत्रा सेनानी वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग को लेकर बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस, वामपंथियों सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं ने इसपर सवाल उठाए हैं। इसी बीच वरिष्ठ कांग्रेस के नेता व दिग्गज वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सावरकर की तारीफ की और कहा कि उन्होंने आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई और देश के लिए जेल गए। उन्होंने कहा, वह निजी तौर पर सावरकर की विचारधारा से सहमत नहीं हैं।
सोमवार को सिंघवी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के दौरान ट्वीट कर इस मुद्दे पर अपना मंतव्य प्रकट किया। उन्होंने लिखा, ”मैं व्यक्तिगत तौर पर सावरकर की विचारधारा से सहमत नहीं हूं लेकिन इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि वह निपुण व्यक्ति थे, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में भूमिका निभाई, दलित अधिकारों की लड़ाई लड़ी और देश के लिए जेल गए। यह कभी नहीं भूलना चाहिए।”
सिंघवी ने कहा, भारतीय सोच की ताकत उसका समावेशी होना है। आजादी की लड़ाई के कई आयाम हैं। कोई सावरकर की कट्टरता और उनके राष्ट्रवाद के हिंसक तत्व तथा गांधी के खिलाफ उनके हमले से सहमत नहीं हो सकता, लेकिन यह स्वीकार करना होगा कि उनके इरादे राष्ट्रवादी थे। उन्होंने महात्मा गांधी के संदेशों के प्रसार के लिए हिन्दी सिनेमा की हस्तियों की मदद लेने की खातिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की।
सिंघवी ने कहा, जहां कोई तारीफ का हकदार है वहां उसकी तारीफ होनी चाहिए। गांधीजी के स्वच्छता से जुड़े संदेश प्रसार के लिए नरेंद्र मोदी बॉलीवुड की सॉफ्ट पावर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सावरकर के भारत रत्न के संदर्भ में इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुंबई में संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि प्रधानमंत्री रहते हुए इंदिरा गांधी ने सावरकर की याद में डाक टिकट जारी किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि हम सावरकर के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उस विचारधारा के खिलाफ हैं, जिसके पक्ष में वे खड़े थे।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने महाराष्ट्र चुनावी घोषणापत्र में सावरकर को भारत रत्न दिये जाने की मांग की है, जिसके बाद से इस पर चर्चा व्याप्त है।