
सोनिया गांधी के ईशारे पर युथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला किया। लॉकडाउन में मुंबई पुलिस ने बकायदा आरोपियों को पास जारी किया जिससे वे रात 12 बजे के बाद हमला कर सके।
पालघर में संतों की हत्या पर कांग्रेस अध्यक्ष की चुप्पी पर सवाल उठाए जाने से बौखलाए कांग्रेसियों ने अनर्व गोस्वामी व उनकी पत्नी के कार पर हमला किया।
महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस के इशारे पर आरोपी हमलावर युथ कांग्रेसियों को बचा रही पुलिस
रिपोर्ट4इंडिया ब्यूरो/ नई दिल्ली।
देश में राष्ट्रवादी पत्रकारिता के सिरमौर्य रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी, रिपब्लिक टीवी की संपादक व उनकी पत्नी सम्यब्रता रे गोस्वामी पर कांग्रेस युथ के कार्यकर्ताओं ने मुबंई में हमला किया। कांग्रेसियों ने यह हमला उस समय किया जब वे बुधवार देर रात अपने ऑफिस से अपने घर जा रहे थे। बाइक पर आए हमलावरों को गोस्वामी के सुरक्षाकर्मियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया। पुलिस रात में काफी देर तक महाराष्ट्र में सरकार में शामिल कांग्रेस नेताओं के दबाव में एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी करती रही और एफआईआर में कांग्रेस कार्यकर्ता का जिक्र नहीं किया।
दोनों हमलावरों की पहचान युवा कांग्रेस कार्यकर्ता प्रतीक कुमार शामसुंदर मिश्रा और अरूण बोराडे के रूप में हुई है। दोनों के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ फोटो है। अरूण बोराडे के फेसबुक के अनुसार वह सियोन कोलिवाडा विधानसभा क्षेत्र युवा कांग्रेस का अध्यक्ष है। भारी दबाव के बीच दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
अर्नब पर हमला 22 अप्रैल की रात करीब 12.15 बजे उनके घर से कुछ ही दूरी पर गणपतराव कदम मार्ग पर हुआ। हमले के दौरान अर्नब कार ड्राइव कर रहे थे जबकि उनकी पत्नी भी कार में मौजूद थीं। हमले के दौरान कांग्रेसी गुंडों ने बोतल मारकर कार का शीशा तोड़ने की भरपूर कोशिश की। जब शीशा नहीं टूटा तो उन्होंने कार पर स्याही फेंक दी। हमले के तुरंत बाद अर्नब के सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले किया।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। नड्डा ने अपने ट्वीट में लिखा, अर्नब गोस्वामी पर हुए हमले से मैं चौक गया हूं, ये हमला कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों के द्वारा खुलेआम उन्हें धमकाने के बाद हुआ है। पत्रकार पर इस तरह के हमले को देखकर काफी दुख होता है। आखिर कांग्रेस ने ये दिखा दिया है कि वो एक ऐसी पार्टी है जिसने इमरजेंसी लागाई थी और वो उसी तरह अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने की परंपरा जारी रख रही है।