उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। वे बीजेपी में शामिल हुए
report4india bureau/ new delhi.
उत्तर प्रदेश के चुनावी युद्ध के लिए भारतीय जनता पार्टी अपनी तरकश में एक-एक कर सारे हथियार जमा कर रही है। बीजेपी से स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में जाने के बाद जिस प्रकार उप्र में राजनीतिक माहौल का निर्माण किया जा रहा था, वह थमता जा रहा है। बीजेपी रोजाना अपने प्रतिद्वंद्वियों को अपने रणनीतिक व राजनीतिक सूझबूझ से मात देने का प्रयास कर रही है। आज उप्र के कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेता रहे आरपीएन सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, अनुराग ठाकुर, धर्मेंद्र प्रधान, उप्र उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, अनिल बलुनी की मौजूद थे।
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इस दौरान आरपीएन सिंह ने कहा कि मैं 32 साल तक कांग्रेस में ता। परंतु, जिस पार्टी में इतने साल रहा वह पार्टी अब वैसी नहीं रह गई जो पहले थी। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में जो राष्ट्र निर्माण का काम चल रहा है, उसे आगे बढ़ाने को मैं बीजेपी में शामिल हुआ हूं। बीजेपी प्राचीन भारतीय संस्कृति और 21वीं सदी के आधुनिक भारत के निर्माण में लगी हुई है। एक कार्यकर्ता के रूप में मैं पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे पूरा करूंगा।
बीजेपी ने अब कांग्रेस के उप्र के बड़े नेता व ओबीसी से आने वाले आरपीएन सिंह को अपने पाले में लाकर स्वामी प्रसाद मौर्य की हेकड़ी की हवा निकाल दी है। विदित हो कि उप्र कांग्रेस ने कल ही (सोमवार को) उप्र विधानसभा चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आरपीएन सिंह का नाम भी जारी किया था और आज ही उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूँ।
जय हिंद— RPN Singh (@SinghRPN) January 25, 2022
आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है और थोड़ी देर में वह नई दिल्ली बीजेपी मुख्यालय पहुंच कर अपनी नई राजनीतिक पारी का शुभारंभ करेंगे। माना जा रहा है कि वे लंबे समय से बीजेपी की ओर देख रहे थे। जिस प्रकार से प्रियंका और राहुल उप्र में चुनाव में खुद को प्रस्तुत कर रहे थे और प्रदेश के पार्टी के किसी भी नेता की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे थे, उससे आरपीएन सिंह जैसे नेता निश्चित रूप से सोचने को मजबूर हुए। कांग्रेस की लोकतांत्रिक व्यवस्था जिस तरह से केवल 10 जनपथ तक सिकुड़ती जा रही है वह कांग्रेसजनों को सोचने को मजबूर कर रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद के बाद अब आरपीएन सिंह बीजेपी से जुड़ने जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि आरपीएन सिंह पडरौना राजघराना से हैं और कुशीनगर के आसपास में राजघराने का सम्मान है। पडरौना सीट भी कुशीनगर जिले में ही है, जहां से स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ा था। 2009 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर लड़े स्वामी प्रसाद मौर्य को आरपीएन सिंह ने हराया था।