कांग्रेस के मुंह …’खून’ की तरह है ‘लाशों पर राजनीति’ करना

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में पंजाब की कांग्रेस सरकार की रची साजिश देश पर पड़ जाती भारी। आज भी  देशभर में 1984 के सिख विरोधी दंगों को याद कर सिहर जाता है देश।  

डॉ. मनोज कुमार तिवारी/ रिपोर्ट4इंडिया ब्यूरो/ नई दिल्ली।

पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को साजिशन चूक दिया गया और 20 मिनट से अधिक समय तक उनकी जान को खतरा बना रहा। पंजाब में कांग्रेस की चन्नी सरकार ने जिस प्रकार से इस चूक पर प्रतिक्रिया दी है, उससे साफ है कि प्रधानमंत्री के काफिले को साजिश के तहत रोका गया। कांग्रेस समर्थित प्रदर्शनकारियों ने बीच सड़क वाहन लाकर  बाधित कर प्रधानमंत्री के काफिले को 20 मिनट तक रोक दिया। प्रधानमंत्री के काफिले को एक ब्रिज के उपर रोका गया। स्थित ऐसी बना दी गई कि पीएम का काफिला न तो आगे जा सकता था और न ही पीछे।

देश अभी भूला नहीं है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देशभर में सिख समुदाय के खिलाफ हिंसा व दंगे का कैसा तांडव मचा था। हजारों की संख्या में निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। दुकानें, व्यवसायिक संस्थान, घर-संपत्ति को जला दिया गया था। लोग इस घटना को कभी नहीं भूल सकते।

जिस प्रकार से इस पूरे घटनाक्रम पर पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी, कांग्रेस के प्रवक्ता प्रतिक्रया दे रहे हैं, वह बेहद खतरनाक है। यह बताने के लिए काफी है कि प्रधानमंत्री मोदी की जान ही नहीं, पंजाब और देश की आंतरिक हालात की भी जरा-सी चिंता नहीं की गई। इससे स्पष्ट है कि चीन की प्रोपेगंडा के साथ खड़ी होने वाली कांग्रेस अपनी राजनीति के लिए किसी हद तक जा सकती है। लंबे समय तक देश पर राज करने वाली कांग्रेस पार्टी बड़ी बेहआयी से कह रही है कि पीएम मोदी पर कोई हमला तो नहीं हुआ?

प्रधानमंत्री के काफिले के फ्लाइओवर पर फंसने की सूचना से देश में हड़कंप मच गया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पंजाब के सीएम चन्नी को फोन किया लेकिन उन्होंने फोन ही नहीं उठाया। यहां तक कि पीएम के काफिले के साथ पंजाब के डीजीपी व बड़े पुलिस अधिकारियों को जाना था लेकिन ऐन मौके पर वे काफिले के साथ नहीं गये। यानी साफ है सबकुछ पहले से तय कर दिया गया था।

इससे पहले, बठिंडा   रैली में जाने वाले बीजेपी समर्थक व कार्यकार्ताओं के काफिले को पीछा करके रोका गया। इसके साथ ही, 4 जनवरी से ही कांग्रेस के तमाम ट्वीटर से मोदी के खिलाफ माहौल बनाने के बड़ी संख्या में ट्वीट किया गया और गो-बैक मोदी के नारे प्रसारित किये गये। साथ ही, 4 जनवरी से ही रैली के आसपास के कई सड़कों पर किसान समर्थकों के नाम ट्रैक्टर आदि लगाकर रात में ही विरोधियों को जमा कर दिया गया। यानी, साफ है, यह पूरा मामला सोची समझी साजिश के तहत किया है। कांग्रेस पार्टी का इसमें पूरा हाथ है और इस पूरे साजिश को पंजाब की कांग्रेस की चन्नी सरकार ने सरकारी व्यवस्था के सहयोग से अंजाम दिया गया।

यह सोचकर ही, पूरा देश कांप जाता है कि अगर आज पीएम को कुछ भी हो जाता तो देश की हालात क्या होती। देश भर में लाखों लोगों की जानमाल को खतरा उत्पन्न हो जाता। निर्दोषों का खून बह जाता, दंगा-फसाद की कल्पना नहीं की जा सकती है। लेकिन कांग्रेस को इससे कोई मतलब नहीं है, लाशों पर राजनीति कांग्रेस का पुराना चस्का है।