जनगणना के दौरान आर्थिक-सामाजिक स्थिति की गणना में विसंगतियों की भरमार। गणना के दौरान सभी अपने को पिछड़ा बताते हैं और वे जो कह दे, वही सही है।
इन्हीं कारणों से 2011 जनगणना के दौरान आंकड़ों को आजतक सार्वजनिक नहीं किया गया
जनगणना के दौरान आर्थिक-सामाजिक स्थिति की गणना में विसंगतियों की भरमार। गणना के दौरान सभी अपने को पिछड़ा बताते हैं और वे जो कह दे, वही सही है।
इन्हीं कारणों से 2011 जनगणना के दौरान आंकड़ों को आजतक सार्वजनिक नहीं किया गया