Uttar Pradesh first phase election: सुबह से ही मतदान केंद्रों पर भीड़, ‘बंटवारा’ भी दिख रहा साफ 

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मथुरा के गोवर्धन में एक पोलिंग बूथ पर सुबह-सवेरे कोहरे के बावजूद मतदाताओं की भीड़।

प्रथम चरण के चुनाव में 11 जिलों के 58 विधानसभा क्षेत्रों के लिए के लिए डाले जा रहे वोट। खासकर, सुबह की पाली में बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर, खतौली में वोट की गति तेज, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा में अपेक्षा से कम वोटिंग

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कतारें बता रही, वोटिंग उत्साह में कमी नहीं

रिपोर्ट4इंडिया/ मुजफ्फरनगर/ खतौली/ बागपत/ मेरठ/ गाजियाबाद/ नोएडा.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण की वोटिंग चल रही है। धूंध व कोहरे के बावजूद मतदान केंद्रों पर बृहस्पतिवार को सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें लग गई थी। हालांकि, दिन के 11 बजे तक औसतन 20 फीसद मतदान हुई थी परंतु, एक बजे तक यह बढ़़कर 36 फीसद तक चली गई। यानी, 11 बजे के बाद दो घंटे में औसतन 16 फीसद मतदान हुआ। हालांकि, कैराना, बागपत, मेरठ आदि मुसलिम बाहुल्य इलाकों में लंबी कतारें हैं।

मथुरा के गोवर्धन में एक पोलिंग बूथ पर सुबह-सवेरे कोहरे के बावजूद मतदाताओं की भीड़।

चुनाव आयोग के अनुसार दोपहर एक बजे तक बागपत में 38.6 फीसद, शामली में 42 फीसद, मुजफ्फरनगर में 38 फीसद, खतौली में 39 फीसद, मेरठ में 35 फीसद, नोएडा में 30 फीसद, बुलंदशहर में 35.5 फीसद, मथुरा में 35.5 फीसद, हापुड़ में 40 फीसद, गाजियाबाद में 32 फीसद, मोदीनगर में 35 फीसद वोटिंग हुई है।

वसुंधरा (गाजियाबाद) के एक मतदान केंद्र के बाहर सुबह को बीजेपी के वोटिंग हेल्प डेस्क पर पहुंचे मतदाता।

गाजियाबाद के ओल्ड सिटी की अपेक्षा विकसित कॉलोनियों, सेक्टरों में तेज गति से मतदान हुआ है। वसुंधरा में तमाम मतदान बूथों पर मतदातओं की कतारें सुबह से ही लग गई थी। सुबह-सवेरे सैर करने मतदान पर्ची व आईडी कार्ड के साथ घर से निकले और सैर के बाद अपने-अपने मतदान केंद्रों पर कतारबद्ध हो गये। यानी, पहले मतदान, फिर जलपान के पीएम मोदी के आह्वान का बखूबी पालन किया।

इस दौरान, पीएम मोदी ने पहली बार फिजिकल तौर पर सहारनपुर में रैली के दौरान सबसे पहले प्रथम चरण के चल रहे मतदान करने को वहां के वोटरों का आह्वान किया। इस मौके पर पीएम ने एकबार फिर याद दिलाया कि इस  सोच-समझकर किया गया मतदान जहां उप्र में सुरक्षा व विकास की गारंटी होगा वहीं, जरा भी गलती गुंडों के हौसलों को बढ़ाने वाला होगा। उन्होंने कहा, जेलों में बंद गुंडे-बदमाश इंतजार कर रहे हैं कि मतदाता जरा-सी गलती कर दें ताकि वे बाहर आकर उन्हें सबक सीखा सकें।